BADH GAYA MORNING WALK AUR HEALTH CONSCIOUSNESS KA TREND

कोरोना कालखंड के दौर में इन दिनों सुबह-सबेरे जॉगर्स की बाढ़ सी आ गई हैं. प्रतिदिन नित-नए चेहरे ट्रैक सूट पहने हाथ-पैर हिलाते, पसीना बहाते सड़कों और पार्कों में दिख जायेंगे. इसे स्वास्थ्य के प्रति अति-जागरूकता कहें या वायरस को हराने के लिए इम्युनिटी बढ़ाने का सबब, वजह जो भी हो लोगों में अब ये जुनून के स्तर तक पहुँच गया है. जो एक सभ्य और जागरूक समाज के लिए ज़रूरी भी है और शायद मज़बूरी भी. इधर खबरिया चैनलों ने भी लोगों के होश उड़ा दिए हैं, मेडिकल बिल के लाखों में भुगतान और उसके बाद भी आशातीत परिणाम नहीं दिखने से लोगों के होश फाख्ता हैं. वायरस से बचाव की अब एक ही सूरत दिख रही है कि इम्युनिटी को बढ़ाया जाये और अंततोगत्वा इसपर विजय पाई जाये। उम्मीद है की ये सिलसिला कायम रहे और गुज़रते वक़्त के साथ इसमें किसी प्रकार की कमी या कोताही न होने पाए. 


वरना खाये-पिए और अघाए हुए हमारे समाज की सबसे बड़ी फितरत रही है की खतरा टला और लापरवाही चरम पर. इसकी बानगी देखनी हो तो जरा पिछले करीब दो दशकों के रहन-सहन और खाने-पीने के अंदाज़ पर नज़र डालें। जिस तरीके से जो भी सामने दिखा उसे भकोसने की प्रवृति ने हमें यहाँ तक पहुँचाया है. इम्यून सिस्टम की बैंड बज़ गई है. अब उम्मीद है कि LOCKDOWN ओपन के बाद शायद इस प्रवृति पर लगाम लगे और एक नए बदले हुए व्यक्ति की तरह खुद को प्रस्तुत करें. 
morning walk at vadodara - YouTube 


वर्ना  2020 की खामियों  और खूबियों पर कोई एक दशक या गुज़स्ते वक़्त के बाद कभी न कभी चर्चाएं जरूर होगी. तमाम तरह के वाक्ये और किस्सों के साथ सभी के पास कहने-सुनने के लिए हज़ार अफ़साने होंगे. जब उनसे इसपर कुछ कहने के लिए कहा जाएगा कि वक़्त के इस बुरे दौर को किस तरह से देखा और कैसे इन लम्हों को जिया? कौन से विषय प्राथमिकता में रहें तो आने वाली पीढ़ियों को  इसका ईमानदारी से जवाब  दे सकें, बता सकें कि इस घटना के बाद उनके स्वस्थ्य संबंधी चैतन्यता में वृद्धि हुई. इस आपदा के पहले जिस प्रकार के फ्रीक लाइफस्टाइल को अपनाया और आदि थे, उसका त्याग किया. हेल्थ अवेयरनेस के साथ मॉर्निंग वाक उनके जीवन का अनिवार्य हिस्सा बना, जो आज तक कायम है. उम्मीद है ये सिलसिला कायम रहे.   
 Morning walks a blessing | Stuff.co.nz Pedestrian matters | The Indian Express
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ENGLISH TRANSLATION
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In the Corona period, there has been a flood of joggers in the morning. Everyday new faces will be seen wearing track suits, shaking hands and feet, sweating in the streets and parks. Call it hyper-awareness towards health or to increase immunity to defeat the virus, whatever the reason, it has now reached the level of passion among the people. Which is necessary and perhaps even stronger for a civilized and conscious society. Here, the news channels have also blown the senses of the people, payment of medical bills in lakhs and even after that there are no hopeful results due to lack of predictable results. The only way to protect against viruses now is to see that immunity is increased and eventually it can be conquered. Hopefully, this sequence will continue and with the passing time, there should be no shortage or deficiency in it.
Morning Walk | Health | Exercise | सुबह की सैर आप को ...

Otherwise, it has been the biggest sentiment of our society to eat and drink and to avoid danger and negligence to the extreme. If you want to see its pattern, then look at the way of living and eating and drinking of the last nearly two decades. The manner in which the tendency to devour whatever appeared in front of us has brought us here. The band of the immune system is buzzed. Now hopefully after the LOCKDOWN open, this trend may be controlled and present itself like a new changed person.
A day dedicated to grandparents - Indian Express

Otherwise, there will definitely be discussions on the shortcomings and strengths of 2020, after a decade or so of time. With all kinds of sentences and anecdotes, everyone will have thousands of stories to hear. When they will be asked to say something about how they saw this bad period of time and how they lived these moments? Which topics should remain in priority, so that they can honestly answer this to the generations to come, they can tell that after this incident, their health consciousness increased. Prior to this disaster, the type of freak lifestyle that was adopted and adopted, was discarded. Morning walk with health awareness became an essential part of his life, which continues till today. Hope this cycle continues.
Morning Walk by artist Bijay Biswaal | ArtZolo.com

Comments

  1. बहुत अच्छा लिखा है आपने।
    प्रातः भ्रमण के लिए लोगों का जागरूक होना पूरे समाज और आने वाली पीढ़ी के लिए बहुत अच्छा है। अपने बच्चों को भी प्रातः भ्रमण के लिए तैयार करना उन सभी माता-पिता के लिए जरूरी है जिनके बच्चे सुबह देर से सोकर उठते हैं।

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